""" मानस """
"" एक आध्यात्मिक विचार ""
दूसरे शब्दों में :-
मान+ स
मान = घमंड / अभिमान
स = संघार / संहार
सरल शब्दों में -
जिसे अपने कर्म से ज्यादा ईश्वरीय शक्ति के नियम में विश्वास व अहसास हो मानस कहलाता है।
दूसरे शब्दों में :-
जो मानवीय मूल्यों को आदर्श मानने के साथ जीवन में परिलक्षित करता है उसे मानस कहते हैं।
यानि जिसके मान का संहार हो चुका हो वह मानस कहलाता है।
मा + अनस
मा = जन्मदात्री , जन्म के पश्चात पालन पोषण से लेकर सामाजिक जीवन शैली सिखाते हुये शिक्षा प्रदात्ती तक सफर करने वाली शुद्ध आत्मा
अनस = मित्रता
अन्य शब्दों में :-
जो माता पिता को ईश्वर तुल्य मानकर सभी से मित्रवत व्यवहार करता हो वह मानस कहलाता है।
बहुत ही बेहतरीन विचार
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट विचार
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