"" दर्शन ""
"" मानवीय जीवन जीने की कला ही दर्शन है। ""
"" वचन और कर्म की व्यवहारिकता में प्रदर्शन ही आपका दर्शन कहलाता है। ""
"" ज्ञान से प्रेम के चरितार्थ में अन्य विचारों से निज विचार को श्रेष्ठ सिद्ध करने के तर्क ही दर्शन कहलाता है। ""
मानस के अंदाज में -
"" द "" से दक्षता / कार्यकलाप जहां साबित करने के लिए मेहनत करनी पड़े,
वहाँ हुनर में निखार के साथ त्रुटि भी धीरे धीरे कम होने लगती है ;
"" र "" से रीति नीति जहां आपके आचरण को गढ़ने लगे,
वहाँ सोच समझकर ही विचारों का चयन होना चाहिए ;
"" श "' से शिष्टता जहां आपके व्यवहार से झलकती हो,
वहाँ जिंदादिली आपकी आँखों से टपकती है ;
"' न "' से नित्यकर्म जहां अपने लक्ष्यों की पूर्ति के लिए समर्पित हो,
वहाँ सफलता के साथ अकल्पनीय घटित होना हैरान नहीं करता ;
"" वैसे दक्षता व रीति नीति का शिष्टता से नित्यकर्म करना ही दर्शन कहलाता है। ""
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Manas Jilay Singh 【 Realistic Thinker 】
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