"" अज्ञान ""
"" असत्यता में सराबोर होने के साथ अव्यवहारिकता को परिलक्षित करवाती विचारधारा ही तो अज्ञान है। ""
"" रूढ़िवादी होने के साथ साथ नवीनता से दूर हवाहवाई खयाल को प्रदर्शित करती नोटंकी ही अज्ञान है। ""
वैसे मानस के अंदाज में -
"" अ "" से अस्पष्टता जहां कार्यव्यवहार में बनी रहती हो,
वहाँ अनिश्चितता, अस्थिरता से अविश्वास सदैव चरम पर बना रहता है ;
""" ज्ञ "" से ज्ञापन जहां कार्य / समस्या निवारण का एक सिर्फ तरीका बनने लगे तो,
वहाँ कार्यपद्धति का संचालन कागज़ी होना स्वभाविक है ;
"" न "" से नकारापन / नालायकपन जहां बुद्धिमत्ता का हरण करने लगे,
वहाँ कार्य संचालन नहीं सिर्फ अस्त व्यस्त ही नजर आती है ;
"" वैसे अस्पष्टता, नालायकपन पर आधारित बुद्धि में जहां सिर्फ ज्ञापन तक देने की आतुरता ही,
वहाँ अज्ञान कहलाती हैं। ""
"" डींग हाँकने व गाल बजाई का दम्भ भरने में प्रदर्शन के साथ झलकती फूहड़ता ही तो अज्ञान कहलाती है। ""
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मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी - मानस पँथ
उद्देश्य - सामाजिक व्यवहारिकता को सरल , स्पष्ट व पारदर्शिता के साथ रखने में अपनी भूमिका निर्वहन करना।
शानदार लेखन एवं विचारशील ब्याख्या
जवाब देंहटाएंVery good
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