"" संघर्ष ""
"" विरोधाभासी परिस्थितियों की मौजूदगी में लक्ष्य को समर्पित अथक प्रयासों को संघर्ष कहते हैं। ""
"" अपनी जिद की सिद्धि में न्यौछावर अनेकानेक परिश्रम ही संघर्ष कहलाते हैं। ""
"" जिंदादिली के साथ जनूनीयत को साबित करने की भागमभाग / दौड़ ही संघर्ष है। ""
"" सपनों को सच करने की चाहत में अलग थलग पड़े माहौल में भी लहू व पसीने के फर्क को मिटाने की जद्दोजहद ही संघर्ष कहलाता है। ""
मानस के अंदाज में -
"" स "" से संजीदगी जहां जीवन शैली की सिरमौर बनती हो,
वहाँ सफलता का कोई और विकल्प हो ही नहीं सकता ;
"" न् "" से न्याय जहां सर्वोपरि मानवीय मूल्यों के गुणों में दर्ज हो,
वहाँ भेदभाव की कोई गुंजाइश रह नहीं जाती ;
"" घ "" से घटक जहां सद्गुणों का प्रतिनिधित्व करे,
वहाँ व्यवहार उच्च व प्रगाढ़ बनते हैं ;
"" र "" से रस्साकशी जहां अपने विषयों को हल करने बाबत में हो,
वहाँ परिणाम मेहनत, लग्न व दूरदर्शिता तय करती है ;
षड्कर्म
1. शक्ति / तन,
2. विचार /मन,
3. अर्थ / धन,
4. श्रम /कर्म,
5. सेवा
6. समर्पण
"" ष "" से षड्कर्म जहां अपने लक्ष्य की प्राप्ति हेतु प्रयोग हों,
वह गगनचुंबी कामयाबी हासिल करना भी बच्चों का खेल नजर आता है ;
"" वैसे संजीदगी जहां न्याय घटक के साथ मिलकर रस्साकशी करे,
वहाँ षड्कर्म की सक्रियता या दौड़धूप को ही संघर्ष कहते हैं। ""
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Manas Jilay Singh 【 Realistic Thinker 】
बहुत सुन्दर व्याख्या
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार
हटाएंशानदार लेखन
जवाब देंहटाएंशानदार लेखन
जवाब देंहटाएं