गुरुवार, 24 फ़रवरी 2022

Ravana Slaughter / रावण वध

"" रावण वध "" या 
"" सुनियोजित अपने ही कुल का सामुहिक उद्धार "" या
"" स्त्री के सम्मान हेतु प्रतिकार की परिणीति "" या
"" श्रेठता को सिद्ध करने की प्रतिस्पर्धा में अपने ही कुल आहुति ""

----- xx ------ xxx ---------

"" महाराजा दशरथ द्वारा राम को वनवास फिर भी उसकी पत्नी व भाई का अटूट समर्पण। ""

"" विवाह के प्रेम प्रस्ताव पर लक्ष्मण द्वारा सूपर्णखा का नाक काटना, क्या युद्ध की रणभेरी की शुरुआत न थी। ""

"" सुग्रीव को न्याय के नाम पर एकतरफा संवाद और बाली का छुपकर वध , क्या यह भी छल व बल का प्रदर्शन न था। ""

""" विभीषण के साथ मैत्री सन्धि क्या युद्ध कौशल में भेद नीति को प्रकट न करती है, जिससे अजेय रावण को हराना सम्भव हुआ। ""

------ xx ------ xxx ---------

"" घोर तपस्या व अनुष्ठान विधि में अपने ही सिर की 9 बार आहुति देने से वरदान की प्राप्ति हुई।""

"" कुशल व क्रूर योद्धा, महाशक्तिशाली व प्रकाण्ड विद्वान होने से ही नव ग्रहोँ को बंदी बनाना सम्भव हुआ । "" 

"" अपनी बहिन के अपमान के प्रतिकार में सीता का हरण व अशोक वाटिका में सम्मानपूर्वक बन्दी बनाना। राम के सामर्थ्य को चुनौती देने के साथ एक अमर्यादित, लांछनीय कृत्य। ""

"" इंद्रजीत जैसा बेटा व कुम्भकरण जैसे पराक्रमी व बलशाली शूरवीर की युद्ध में आहुति देना। ""

"" युद्ध से पूर्व राम के यज्ञ में रावण द्वारा ब्राह्मण रूप में पूजन और विजय का आशीर्वाद देने वाला घमंडी या सिद्धांतहीन कैसे जान पड़ता है।""

"" अपने ही राज्य में विभीषण को राम के समर्थक के रूप में पहचान व सरंक्षण और फिर देश निकाला। जहां युद्ध जैसी विभीषिका द्वार पर खड़ी हो तो घर के भेदी को निकालना। अपने सामर्थ्य पर अतिविश्वास या फिर सुनियोजित लक्ष्य। ""

कहा जाता है राम 12 कलाओं में निपुण माने जाते हैं और रावण 14 कलाओं के स्वामी थे तो  ----

★ एक नजर में यह अपने कुल का उद्धार या फिर 
★ अपनी बहिन के अपमान के प्रतिकार में अपने सर्वस्व की आहुति।
या फिर
★ अतिआत्मविश्वास भुजाओं की शक्ति पर व वरदान के अंहकार ने सामुहिक  आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया।


मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी - मानस पँथ
उद्देश्य -  ऐतिहासिक सामाजिक उत्पीड़न को व्यवहारिकता के साथ रखने में अपनी भूमिका निर्वहन करना।

बुधवार, 23 फ़रवरी 2022

Battle of Mahabharat / महाभारत का युद्ध

"" महाभारत का युद्ध  --
दुर्योधन की महत्वाकांक्षा या 
स्त्री जाति के दमन,दासता व शोषण में प्रकृति का रोष या
तीन महारथियों के अनैतिक मौन का परिणाम ""  """

★★★ भीष्मपितामह से सम्बंधित प्रसंग ---

"" राजा शांतनु की कामवासना, लम्पटता के चलते उनके पुत्र देवव्रत को आजीवन ब्रह्मचर्य की भीष्म प्रतिज्ञा लेने पर मजबूर किया। ""

"" स्वयंवर को जीतने के उपरांत अंबिका व अम्बालिका का विवाह अपने भाई विचित्रवीर्य से करवाना तथा अम्बा का बदले के लिए तप और फिर देहत्याग व फिर शिखण्डनी के रूप में वरदान की प्राप्ति। ""

"" अंधे राजा धृतराष्ट्र से गंधारी के विवाह के सूत्रधार गंगापुत्र भीष्म ही थे। इस अपमान के बदले की आग से हस्तिनापुर के विध्वंस लिखने को शकुनि की छल नीति भी  कहा जाता है।""

★★★ गुरु द्रोणाचार्य के सम्बंधित प्रसंग -

"" गुरु द्रोणाचार्य का निज अपमान का प्रतिकार अपने पांडव शिष्यों से गुरुदक्षिणा के रूप में पांचाल नरेश द्रुपद की आधी सम्पत्ति छीनकर व उन्हें बन्दी बनाकर किया। """

★★★ दानवीर कर्ण के सम्बंधित प्रसंग -

"" अनजाने में शूद्र वर्ग से पीड़ा के चलते राजकुमार अर्जुन से सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर की प्रतियोगिता मानो कब असूल व सिद्धांतों के बलि चढ़ा गई। ""

------   ------    ------    ------    

"" द्रुपद कन्या द्रोपदी को स्वयंवर में धनुर्धर अर्जुन ने जीता । माता के वचनों की पूर्णता में द्रौपदी पांचाली में भी बदल गयी। द्यूत सभा में उसे दासी के रूप में हार भी दिया गया और रही कही कस्रर कौरवों ने भरे दरबार में निर्वस्त्र करने का प्रयास किया। इतने अधर्म में सभी शूरवीर निःशब्द बने रहे। ""

★★★ दुर्योधन का अति महत्वाकांक्षी , क्रूर व अधर्मी होने की असल वजह के साथ साथ महाभारत युद्ध के सूत्रधार का भी होना - 

गंगा पुत्र भीष्मपितामह, गुरु द्रोणाचार्य व महारथी कर्ण का उनके पक्ष में अनैतिक मौन के साथ भी तटस्थ खड़े रहना रहा।

◆◆◆◆ इसीलिये कहता हूँ बुद्धिमान के मौन ज्यादा नुकसानदायीं है अपितु अन्य अलगाव, अराजकता या हिंसात्मक व्यवहार। ◆◆◆◆


मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी - मानस पँथ
उद्देश्य -  सामाजिक उत्पीड़न को व्यवहारिकता के साथ रखने में अपनी भूमिका निर्वहन करना।

Meaning of Relationship / रिश्ते का भावार्थ

"" रिश्ता एक प्यार व सुरक्षा की छत्रछाया या सपनों की सीढ़ियाँ या फिर भावनात्मक बेड़ियाँ  ""

"" अंतर्मन से प्यार व समर्पण को परिलक्षित करने का अहसास ही रिश्ता है। ""

"" एक ही गर्भ या शुक्राणुओं से जुड़े रक्त बन्धन भी रिश्तों का निर्माण करते हैं। ""

"" एक ही कटुम्ब या ध्येय या जीवन शैली के बीच अनन्य लगाव व त्याग को दर्शाता मनोभाव ही रिश्ता कहलाता है। ""

"" एक दूसरे के हितों रक्षा, सम्मान या विरह की वेदना के भाव भी जहां मौजूद हो तो वह रिश्ता है। ""

रिश्तों की बलि पहले भी चढ़ती आयी है परन्तु वर्तमान में स्थिति मतलबपरस्त तो कहीं भयावह ही बनी हुई है। 

★ आजकल व्यापार को साधने में बनावटी रिश्तों का बोलबाला रहता है।

★★ रिश्तों की चासनी में आजकल के बच्चे माता पिता का अपने हितों को साधने में सीढ़ी की तरह इस्तेमाल करते हैं।

★★★ रिश्तों के नाम सबसे ज्यादा शारिरीक व मानसिक शोषण का शिकार आजकल पत्नी / प्रेमिका नाम का रिश्ता रहता है।

शेष..........................वीडियो सन्देश
से इस सन्दर्भ की सरल,स्पष्ट व सुसंगत व्याख्या जल्दी ही प्रस्तुत करूँगा।

मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी - मानस पँथ
उद्देश्य - सामाजिक समस्याओं को व्यवहारिकता के साथ रखने में अपनी भूमिका का निर्वहन करना।

Meaning of Panth / पँथ का भावार्थ

Meaning of Panth / पँथ का भावार्थ

"" आध्यात्मिकता पर सवार होकर ईश्वर की प्राप्ति का मार्गप्रशस्तीकरण ही पँथ कहलाता है। ""

"" मोक्ष की आकांक्षा में अनवरत अध्यात्म का अनुसरण मार्ग ही पँथ है। ""

"" जन्नत की चाहत में उसकी रजा / रसूल को समर्पित जीवनशैली ही पँथ कहलाती है। ""

★★★ ईश्वरीय शक्ति को रिझाने, मनाने में आस्था को समर्पित पूजा पद्वति / प्रार्थना या इबादत का असूल ही पँथ कहलाता है। ★★★

वैसे आम भाषा में -
""" भगवान को समर्पित भाव में सगुण / निर्गुण भक्ति मार्ग ही पँथ कहलाता है। """

इस संसार में जो भी लोग पूजा पद्धति में विश्वास रखते हैं वे पँथ के अनुयायी हैं।

अब मानस पँथ वर्तमान पूजा पद में विश्वास नहीं करता तो फिर वह पँथ कैसे ?

मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी - मानस पँथ
उद्देश्य - सामान्य समझ को व्यवहारिकता के साथ रखने में सहायक की भूमिका का निर्वहन करना।

मंगलवार, 22 फ़रवरी 2022

एक निर्णय का फल या कीमत

"" एक निर्णय का फल या कीमत वक़्त  और परिस्थितियों पर निर्भर करती है ""

 हर पल इंसान को निर्णय की प्रक्रियाओं से रूबरू होना ही होता है,
वह कभी सहज, तो कभी विषम, तो कभी जटिल भी हो सकती हैं।

कुछ निर्णय के परिणाम तुरंत या समकालीन, तो कभी दीर्घकालिक भी होते हैं।

निर्णय जब गलती में तब्दील होता है तो असहज, काफी दुःखद, तो कभी कभार अत्यंत पीड़ादायक भी रहता है।

★★★ जब गलती दूसरों से हो तो - दण्डस्वरूप शर्मिंदगी , सजा व चालान की उम्मीद रखता है।

★★★ जब गलती अपनों से हो तो - सहजता, सम्मानजनक समझौता व दण्ड को भी उपहार स्वरूप भेंट प्रदान करवाने की आस रखता है।

मनुष्य की यह विकृत मानसिकता व दोगलापन समाज को स्वार्थ व संकीर्णता की ओर अग्रसर करवाता है।

मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी - मानस पँथ
उद्देश्य - इंसान के अस्तित्व को व्यवहारिकता के साथ रखने में स्वंय की भूमिका का निर्वहन करना।

सोमवार, 21 फ़रवरी 2022

Religion is not a system of worship

"" धर्म कोई पूजा पद्धति नहीं अपितु सर्वकालिक नियम है ""

"" शाश्वत, अनवरत, निर्बाध गति से चलने वाला सृष्टि का सर्वमान्य नियम ही धर्म कहलाता है। ""

"" किसी भी वस्तु ,वनस्पति या प्राणित्व का नैसर्गिक गुण ही वास्तविक रूप ही धर्म कहलाता है। "

"" साधारण शब्दों में प्रकृतित्व में निहित अंतर्निहित गुण ही धर्म है। ""

जैसे मानव में मनुष्यत्व , अश्व में अश्वत्व आदि

और थोड़ा विस्तृत श्रृंखला में प्रकृति पंचतत्व से मिलकर बनी है। 
★ भूमि से गंध
★ जल से स्वाद
★ वायु से स्पर्श
★ अग्नि से रंग
★ आकाश से शब्द का बोध होता है।

धर्म को पूजा पद्धति कहना कालांतर में भाषा शैली का विकृत रूप का एक उदाहरण है और कुछ नहीं।

मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी - मानस पँथ
उद्देश्य - सामान्य ज्ञान को व्यवहारिकता के साथ रखने में सहायक सिद्ध होना।

रविवार, 20 फ़रवरी 2022

"" झूठ तो ज़नाब झूठ ही होता है ""

"" झूठ तो ज़नाब झूठ ही होता है वह भला निष्पाप कहाँ होता है ""

"" असल में वास्तविकता को छुपाते हुये उसी सन्दर्भ में व्यवहार से निज लाभ का आधार ही झूठ होता है। ""

"" दूसरे से आचार विचार द्वारा हित साधना में अपने पक्ष की हकीकत पर पर्दा डालना ही झूठ है। ""

पूरे संसार में बिना स्वार्थ के कहाँ कुछ होता है -

★ कहीं झूठ सफेद तो कहीं ,
★ झूठ काला भी हो जाता हैं।

सबसे बड़ा झूठ तो 
"" इस संसार में निःस्वार्थ रहना। ""

◆ ◆ जहां पहले से स्वार्थ को जता दिया जाये  तो मानो कि आप छल से बच गये। ★★

"" सत्य की आस में ही छल की प्राप्ति होती है। "" 

मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी - मानस पँथ
उद्देश्य - सामान्य ज्ञान को व्यवहारिकता के साथ रखने में सहायक सिद्ध होना।

शुक्रवार, 18 फ़रवरी 2022

TRUE WORDS / मिथ्या वचन

"" सत्य या फिर अकाट्य कर्णप्रिय मिथ्या कथन ""

★ ★ पूर्ण सत्य एक भ्रम और कुछ नहीं ★★

"" सत्य वे कथन जिसका अभी तक खण्डन नहीं हुआ है। ""

"" वे कर्णप्रिय कथन जिन्हें अकाट्य प्रमाणों से सिद्ध किया जा चुका है उन्हें सत्य कहा जाता है। ""

★★★ "" वर्तमान और निकट भविष्य में जिसे जब तक मिथ्या साबित न किया जा सके वे कथन सत्य कहलाते हैं। "" ★★★

इस संसार में कुछ भी पूर्ण सत्य नहीं है और ना पूर्ण रूप से झूठ।

सत्य वचन के प्रकार -

●  निर्लोभ सत्य
●  व्यवहारिक सत्य / आंशिक स्वार्थ सिद्धि सत्य
●  अर्धसत्य
●  कर्णप्रिय सत्य

मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी - मानस पँथ
उद्देश्य - भ्रमजाल से व्यवहारिकता की ओर अग्रसर करवाने में अपनी भूमिका अदा करना।

बुधवार, 16 फ़रवरी 2022

"" ना कोई पुस्तक "" पवित्र "" व ना ही अनुपयोगी ""

"" ना कोई पुस्तक "" पवित्र ""  व  ना ही अनुपयोगी होती है। ""

★★★ ज्ञान किसी पुस्तक में नहीं उसकी व्याख्या में ही निहित होता है। ★★★

जिसकी जैसी विवेचना वैसा ही विवेक आधारित संवाद या अभिव्यक्ति।

वरना एक ही विषय पुस्तक को  पढ़ने वाले कुछ अज्ञानी ना रहते या कुछ विद्वान ना बन पाते।

★  एक पुस्तक जब किसी वर्ग विशेष का पवित्र ग्रन्थ  के साथ - साथ जीवन शैली बनने लगे और ऊपर से अलग - अलग स्वार्थ सिद्धि पूर्ति करती उसकी व्याख्या निश्चित ही श्रेष्ठता की होड़ /अलगाव / कट्टरता / समाज के खण्डित / या फिर विध्वंस का मार्ग प्रशस्त करती है। ★ 

ज्ञान या निहितार्थ मानवीय मूल्यों के केन्द्रित  होने पर ही सर्वश्रेष्ठ व सर्वकल्याणकारी साबित होता है।

स्पष्टता से जानने व समझने के लिए वीडियो सन्देश की प्रतीक्षा करें।

मानस जिले सिंह
【यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी - मानस पँथ
उद्देश्य -  शिक्षा का व्यवहारिक व मानवीय मूल्यों के केंद्रित होने पर बल।

मंगलवार, 15 फ़रवरी 2022

Meaning of Guru / गुरुनानक देव के जन्मदिन की बधाई

 गुरु शब्दों में :- 


"" कोई भी प्राणी या तत्व ""

जो जीवन जीने की कला जिसमें

【प्राणित्व / नैतिक मूल्य, अक्षर ज्ञान, स्वावलंबन , अध्यात्म- बोध】 

किसी भी मार्ग  को प्रशस्त करवाता है,

वह गुरू कहलवाता है।


।। ...........................।।


आज एक महान धर्म निरपेक्ष संत , सद्गुरु , जगतगुरु एवं उच्च आदर्श पुरूष का जन्म हुआ था।


उस अलौकिक, दिव्य एवं असाधारण शक्ति ने पूरे संसार को करूणा, दया के वशीभूत हो संगत व पंगत नियम के अधीन मानवीय मूल्यों का पाठ पढ़ाया।


हमें  उनके आदर्शों को जीवन में आत्मसात ही नहीं जन जन तक पहुंचाना चाहिए।।


यही सच्ची गुरुचरणों में वन्दना , श्रद्धा व समर्पण होगा। 


इस महान संत को धर्म विशेष के बंधन में बांधना उनके विराट , असीम व अद्वितीय व्यक्तित्व को छोटा करना होगा। अतः उनके जाति,धर्म व आडम्बर मुक्त जीवन की संकल्पना को मैं "" मानस '" जरूर जीवन में चरितार्थ करने का प्रयास करूंगा।

।। ........................।।

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गुरुनानक देव के जन्म दिवस पर आपको ढेर सारी शुभकामनाएं।

                                         

मानस जिले सिंह

【यथार्थवादी विचारक"】

अनुयायी - मानस पँथ

उद्देश्य - जीवन में सरलता, स्पष्टता व पारदर्शिता के साथ जीवन जीना।

सोमवार, 14 फ़रवरी 2022

Thought about Decision / निर्णय के बारे में विचार

"" एक निर्णय का फल या कीमत वक़्त  और परिस्थितियों पर निर्भर करती है ""

 हर पल इंसान को निर्णय की प्रक्रियाओं से रूबरू होना ही होता है,
वह कभी सहज, तो कभी विषम, तो कभी जटिल भी हो सकती हैं।

कुछ निर्णय के परिणाम तुरंत या समकालीन, तो कभी दीर्घकालिक भी होते हैं।

निर्णय जब गलती में तब्दील होता है तो असहज, काफी दुःखद, तो कभी कभार अत्यंत पीड़ादायक भी रहता है।

★★★ जब गलती दूसरों से हो तो - दण्डस्वरूप शर्मिंदगी , सजा व चालान की उम्मीद रखता है।

★★★ जब गलती अपनों से हो तो - सहजता, सम्मानजनक समझौता व दण्ड को भी उपहार स्वरूप भेंट प्रदान करवाने की आस रखता है।

मनुष्य की यह विकृत मानसिकता व दोगलापन समाज को स्वार्थ व संकीर्णता की ओर अग्रसर करवाता है।

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मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
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उद्देश्य - इंसान के अस्तित्व को व्यवहारिकता के साथ रखने में स्वंय की भूमिका का निर्वहन करना।

रविवार, 13 फ़रवरी 2022

Thought of Relationship / रिश्ता

"" रिश्ता एक प्यार व सुरक्षा की छत्रछाया या सपनों की सीढ़ियाँ या फिर भावनात्मक बेड़ियाँ  ""

"" अंतर्मन से प्यार व समर्पण को परिलक्षित करने का अहसास ही रिश्ता है। ""

"" एक ही गर्भ या शुक्राणुओं से जुड़े रक्त बन्धन भी रिश्तों का निर्माण करते हैं। ""

"" एक ही कटुम्ब या ध्येय या जीवन शैली के बीच अनन्य लगाव व त्याग को दर्शाता मनोभाव ही रिश्ता कहलाता है। ""

"" एक दूसरे के हितों रक्षा, सम्मान या विरह की वेदना के भाव भी जहां मौजूद हो तो वह रिश्ता है। ""

रिश्तों की बलि पहले भी चढ़ती आयी है परन्तु वर्तमान में स्थिति मतलबपरस्त तो कहीं भयावह ही बनी हुई है। 

★ आजकल व्यापार को साधने में बनावटी रिश्तों का बोलबाला रहता है।

★★ रिश्तों की चासनी में आजकल के बच्चे माता पिता का अपने हितों को साधने में सीढ़ी की तरह इस्तेमाल करते हैं।

★★★ रिश्तों के नाम सबसे ज्यादा शारिरीक व मानसिक शोषण का शिकार आजकल पत्नी / प्रेमिका नाम का रिश्ता रहता है।
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Manas Jilay Singh 【 Realistic Thinker 】
मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
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उद्देश्य - सामाजिक समस्याओं को व्यवहारिकता के साथ रखने में अपनी भूमिका का निर्वहन करना।

शनिवार, 12 फ़रवरी 2022

Thought about Husband / पति

"" "" पति "" एक औरत के माथे का सिंदूर या 
सिर का ताज या फिर अनकहा सांस्कारिक बोझ ""

"" विपरीत लैंगिक वयस्कों के बीच अंतरंग पलों की वचनबद्धता या बन्धनयुक्त  जीवन शैली ही दाम्पत्य जीवन है। ""

"" गृहस्थ जीवन में बालिगों के प्रेम पूर्वक आलिंगन की संकल्पना ही दाम्पत्य जीवन कहलाता है। "

"" वैसे औरत को घर की लक्ष्मी, दुर्गा माँ तो कभी अन्नपूर्णा भी कहा जाता है। ""

परन्तु आज भी समाज में पुरूष प्रधानता चरम व स्त्रियों की दशा अत्यंत दयनीय कई कारणों से बनी हुई है।

★ कन्या भ्रूण हत्या , बलात्कार, दहेजप्रथा के चरम पर होने के उपरांत भी सख्त कानून का निष्प्रभावी व असरदार न होना।
★ स्त्रियों को शिक्षा, नोकरी व्यवस्था में भेदभाव बना रहना।
★महिलाओं के स्वावलंबन का अधिकार पर पारिवारिक व सामाजिक माहौल का उदासीन बने रहना।
★ तलाकशुदा / विधवा को हिकारत व हेय दृष्टि से देखा जाना।
★ एकल परिवार व्यवस्था की  सामाजिक अस्वीकार्यता यानि बच्चों के अभिभावकों में पिता के नाम की अनिवार्यता।
★ स्त्री द्वारा जीवन साथी के त्याग / तलाक को सामाजिक मान्यता का अभाव ।
★ उम्र के किसी भी पड़ाव में जीवन साथी से मुकि के मार्ग का अवरूद्ध होना।
★ वैवाहिक संबंधों में बलात्कार की पीड़ादायी क्रूरता को सामान्य घटना में भी दर्ज ना करना।

शेष..........................वीडियो सन्देश से इस सन्दर्भ की सरल,स्पष्ट व सुसंगत व्याख्या जल्दी ही प्रस्तुत करूँगा।

मानस जिले सिंह
【 यथार्थवादी विचारक】
अनुयायी - मानस पँथ
उद्देश्य -  सामाजिक उत्पीड़न को व्यवहारिकता के साथ रखने में अपनी भूमिका निर्वहन करना।

शुक्रवार, 11 फ़रवरी 2022

Definition of Smartness / होशियारी की परिभाषा

*"" होशियारी 【 SMARTNESS 】 ""*

*"" आधुनिकता के साथ धरातलीय जीवन शैली का अंदाज ही स्मार्टनेस / होशियारी कहलाती है। ""*

"" विचारों के साथ आचरण में भी व्यवहारिकता की झलक प्रस्तुत करने की अदा ही स्मार्टनैस / होशियारी कहलाती है।""

*"" सैद्धान्तिक होने के साथ साथ जमीनी हकीकत से जुड़ा जीवन जीने का तौर तरीका ही स्मार्टनैस / होशियारी कहलाता है।""*

वैसे मानस के अंदाज में -

*- वैज्ञानिकता -*

"" वैज्ञानिकता विचारों में झलकती है तो आधारहीन तथ्य नदारद हो जाते हैं ।""

*- प्रेरणादायक -*

"" प्रेरणादायी विचार एक बार तो अधमरे में भी  जान फूंकने का काम करती है।""

*- साहस -*

"" साहस बार बार कुछ नया कर गुजरने को प्रेरित करता है।""

*- यथार्य -*

"" यथार्थ हमेशा जमीनी हकीकत के साथ साथ व्यवहारिकता के नजदीक भी बनाये रखता है। ""

*- समयबद्धता -*

"" समयबद्धता समय की कीमत ही नहीं अपितु समय के बलवान होने से परिचय करवाती है।""

*- बातचीत कला -*

"" बातचीत करने की कला व्यापार ही नहीं व्यवहार के साथ नुकसान को व्यवस्थित कर फायदा बनाती है। ""

*- उद्यमशीलता -*

"" उद्यमशीलता मानवीय जीवन शैली की सर्वश्रेष्ठ कौशल है।""

*- स्वावलंबन -*

"" स्वावलंबन एक जरूरत नहीं अपितु खुद पर गौरवान्वित होने एक संस्कार है। """

*- गम्भीरता -*

"" गम्भीरता सभी आदतों के प्रति जागरूकता दिखाने की एक कवायद भर है। ""

"" वैसे जो विचारधारा में वैज्ञानिकता, प्रेरणा, साहस, यथार्थ, समयबद्धता के साथ साथ बातचीत की कला, उद्यमशीलता, स्वावलंबन, गम्भीरता बनाये रखे उसे होशियारी / स्मार्टनेस कहते हैं। ""

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Manas Jilay Singh 【 Realistic Thinker 】

गुरुवार, 10 फ़रवरी 2022

Definition of Smart / होशियार की परिभाषा

*"" होशियार 【SMART】 ""*

"" आचार विचार से जीवन को प्रगतिशीलता का द्योतक बनाना ही स्मार्ट / होशियार कहलाता है।""

"" वह व्यक्ति जो आधुनिकता के साथ समय समय पर वास्तविकता को भी तरजीह दे उसे स्मार्ट / होशियार कहते हैं। ""

*- वैज्ञानिक -*

"" वैज्ञानिक वही जो मानवीय जीवन को सरल, सुखद बनाने के साथ प्रकृति के अनुरूप विकसित करने का प्रयास करे। ""

*- प्रेरक -*

"" जो जीवन में संघर्ष से सफलता व उपलब्धियां प्राप्त करने पर जोर दे वही प्रेरक कहलाता है। ""

*- साहसी -*

"" कठिनाइयों को किनारे करते हुए नई इबारत लिखना ही हर किसी को साहसी बनाता है।""

*- यथार्थवादी -*

"" यथार्थवादी सोच अपको जीवन की वास्तविकता से रूबरू ही नहीं करवाता बल्कि उसे कुछ नये के  लिये प्रोत्साहित भी करता है। ""

*- समयोन्मुखी -*

"" समयोन्मुखी समय की कीमत ही नहीं जानता अपितु समय की नजाकत से भी परिचित रहता है। ""

"" वैसे जो वैज्ञानिक, प्रेरक, साहसी, यथार्थवादी के साथ समयोन्मुखी भी हो वही स्मार्ट / होशियार कहलाता है। ""
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Manas Jilay Singh 【 Realistic Thinker 】

बुधवार, 9 फ़रवरी 2022

Definition of Birthday / जन्मदिन की परिभाषा

"" जन्मदिन ""

"" प्राणी द्वारा अपने अस्तित्व के शुभ अवसर की साक्षी घड़ी को जन्मदिन से  ही जाना जाता है। ""

"" अपने वजूद के अहसास की  मांगलिक वेला को विधिवत रूप से जन्मदिन कहा जाता है। ""

मानस के अंदाज में -

"" ज "" से जीवन निर्वहन जहां असूलों के साथ किया जाये,
वहाँ नित्य नये संस्कार गढ़े जाते हैं ;

"" न् "" से नीँव / नवस्थापना जहां नियमावली द्वारा मजबूती से रखी जाये,
वहाँ सृजनात्मक व रचनात्मक कार्यों की छड़ी लगी रहती है ;

"" म "" से मृत्युवरण / मरणांतक  जहां सत्य के रास्ते पर चला जाये,
वहाँ जीवन दूसरों के लिए प्रेरणादायक ही बनता है ;

"" वैसे जीवन निर्वहन हेतु प्राणित्व के पदार्पण की नींव / नवस्थापना जहां मृत्युवरण / मरणांतक बनी रहे तो वहाँ  वह जन्म ही कहलाता है। ""

"" जीवन का नश्वर जगत से परिचित होना ही जन्म कहलाता है ""

"" प्राणितव का सृष्टि के पंचतत्व से साक्षात्कार होना ही जन्म कहलाता है। ""

"" द "" से दस्तक जहां हर नये कार्य आरंभ  से पहले उसकी गुणवत्ता व तार्किकता की कसौटी पर हो,
वहाँ परिणाम सदैव उत्साहवर्द्धक ही निकलते हैं ;

"" न "" से नव नक्षत्र / निश्चित कालखंड जहां कार्य संचालन की रूप रेखा  को समर्पित हो,
वहाँ वैज्ञानिकता के रास्ते पर चलने की परिपाटी ही बनती है ;

"" वैसे दस्तक जहां नव नक्षत्र /निश्चित कालखंड में हो तो वहाँ शास्त्रीय गणना  उसे दिन कहती है। ""

"" सूर्यादय से सूर्यास्त के बीच का समय काल दिन कहलाता है। ''

"" रोजमर्रा के कार्यकाल की  विधिवत निर्धारण संज्ञा को दिन कहते हैं। ""

"" 24 घण्टे की समयावधि भी तो दिन ही कहलाती है। ""

""वैसे जीवन निर्वहन लक्ष्य नवस्थापना  से मरणांतक का बन उसकी दस्तक जब निश्चित कालखंड में दर्ज  हो तो उसे जन्मदिन कहते हैं ; ""

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Manas Jilay Singh 【 Realistic Thinker 】

मंगलवार, 8 फ़रवरी 2022

Definition of tribute / श्रद्धांजलि की परिभाषा

"" श्रद्धांजलि ""

"' किसी देव पुरूष के प्रति समर्पण व आस्था में अश्रुधारा का बहना ही श्रद्धांजलि कहलाती है। ""

"" श्रेष्ठ आत्मा को भाव या हस्त द्वारा समर्पित भाव विभोर आदर को ही श्रद्धांजलि कहते हैं। "'

मानस के अंदाज में -

"" श्र "" से श्रीयुक्त जहां बोल में श्रेष्ठ या महान व्यक्तित्व हेतु आदर के लिए प्रयोग किया जाये,
वहाँ वे लोग सिद्ध या देव की संज्ञा में आ जाते हैं ;

"" र "" से रहबर जहां ईश्वर समान बनने लगे ,
वहाँ स्वामिभक्ति कर्म के साथ विचारों में भी झलकती है ;

"" ध "" से धीरज जहां सौम्यता का परिचय देने लगे,
वहाँ व्यक्तित्व सूरज के समान प्रकाशवान  दिखता है ;

"" द "" से दयादृष्टि की भावना जहां अपने से श्रेष्ठ से होने लगे,
वहाँ प्रतिफल भी अभूतपूर्व देखने को मिलते हैं ;

"" वैसे श्रीयुक्त या रहबर से  जहां धीरज के साथ दयादृष्टि / देयता की भावना हो,
वहाँ वह श्रद्धा बन जाती है। ""

"" अ "" से अर्पण जहां अंतर्मन व निष्कपट से हो,
वहाँ समर्पण व प्रेम के साथ सानिध्य भी उपहार स्वरूप मिलता है ;

"" न "" से नयननीर जहां किसी अपने की याद को ताजा करता हो,
वहाँ प्रेम व आस्था दोनों का संगम देखने को मिलता है ;

"" ज "" से जज्बा जहां कुछ कर गुजरने का हो,
वहाँ कर्म को मेहनत की भट्टी में से गुजरना ही पड़ता है ;
 
"" ल "" से लयबद्ध जहां कार्यशैली का नियम बनने लगे,
वहाँ कार्य करने में आनन्द के साथ साथ गुणवत्ता भी बढ़ती है ;

"" वैसे श्रीयुक्त या रहबर से धीरज के साथ दयादृष्टि / देयता की भावना जहां प्रबल हो ,
वहाँ अपर्ण में नयन नीर वो भी  जज्बे के साथ या हस्त द्वारा लयबद्ध प्रार्थना ही श्रद्धांजलि कहलाती है। ""

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Manas Jilay Singh 【 Realistic Thinker 】

सोमवार, 7 फ़रवरी 2022

Definition of Admiration / श्रद्धा की परिभाषा

"" श्रद्धा ""

"" श्रेष्ठता के प्रति भावुक व अनन्य प्रेम को दर्शाती करबद्ध वन्दना ही श्रध्दा कहलाती है। ""

"" दूसरे के प्रति निःशब्द अन्तर्मुखी सच्ची आराधना या निवेदन ही श्रद्धा कहलाती है। ""

मानस के अंदाज में -

"" श्र "" से श्रीमुख जहां वचनों की धार्मिक व्याख्या के लिए अपना प्रयोग देता हो,
वहाँ सिद्ध या देव ही श्री की संज्ञा लेते हैं ;

"" र "" से रहनुमा जहां ईश्वर तुल्य हो,
वहाँ समर्पण व आस्था कूट कूट कर भरी रहती है ;

"" ध "" से धैर्य जहां शालीनता का परिचय देने लगे,
वहाँ व्यक्तित्व में निखार आना लाज़मी है ;

"" द "" से दयामयी दरख्वास्त जहां अपने से श्रेष्ठ से हो तो,
वहाँ प्रतिफल भी अभूतपूर्व देखने को मिलते हैं ;

"" वैसे श्रीमुख जहां रहनुमा से धैर्य के साथ दयामयी दरख्वास्त करे वहाँ वह श्रद्धा ही है। ""
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Manas Jilay Singh 【 Realistic Thinker 】

रविवार, 6 फ़रवरी 2022

Definition of coincidence / संयोगवश की परिभाषा

"" संयोगवश""

"" वह वेला जो आपके जीवन में  बिना इजाजत के ही सुखद नवसंचार का मार्ग प्रशस्त करे उसे संयोगवश कहते हैं। ""

"" जीवन की वह घडी जो बिना पूर्व निर्धारित सफलता व उत्साह का रास्ता दिखलाये उसे संयोगवश कहते हैं। ""

मानस के अंदाज में -

"" स "' से सुखद जहां पाना जीवन का लक्ष्य हो, 
वहाँ कर्मो को पसीने से गुजरना ही पड़ता है ;

"" न् "" से न्यायसंगत जहां व्यवहार करने या बनाने की इच्छा हो,
वहाँ सदैव दूसरों की भावनाओं का जरूर ध्यान।में रखा जाता है ;

"" य "" से योगदान जहां अपने से श्रेष्ठ बनने के लिये किया जाये,
वहाँ निश्चित ही मेहनत आग की भट में से गुजरती है ;

"" ग "" से गर्म जोशी जहां बात करने का आधार बने,
वहाँ जिंदगी में जोश का उफ़ान वक़्त के तकाज़ा देखकर ही आता है ;

"" व "" से वास्तविक जहां खुद के विचारों को रखने पर जोर दिया जाये,
वहाँ कार्यव्यवहार सदैव धरातलीय ही होता है ;

"" श "" से शालीनतापूर्वक जहां अपनी व दूसरों की बात को रखने का मौका मिले,
वहाँ सम्मानपूर्वक व्यवहार करने का अदब आ ही जाता है ;

"" वैसे सुखद व न्यायसंगत योगदान जहां गर्म जोशी / गर्माहट भर दे,
वहां वास्तविक व शालीनतापूर्वक व्यवहार को ही संयोग कहते हैं। ""


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Manas Jilay Singh 【 Realistic Thinker 】

शनिवार, 5 फ़रवरी 2022

Definition of choice / चयन की परिभाषाL

"" चयन ""

"" ऐसा पक्ष जिसका परिणाम अपेक्षित रहने की उम्मीद हो , चयन कहते हैं। ""

"" वह पथ जो आपको सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है उसे चयन कहते हैं। ""

"" वह पहलू जो आपके मनोयोग की पूर्ति करे उसे चयन कहते हैं। ""


मानस के अंदाज में -

"" च "" से चमत्कार जहां देखने व रचने के सपने संजोए जायें,
वहाँ निश्चित ही सुंदर व सकारात्मक परिणाम निकलते हैं ;

"" य "" से यथोचित जहां व्यवहार करना सिखाया जाता हो,
वहाँ प्यार के साथ साथ सफलता भी कदम चूमती है ;

"" न "" से निर्णय जहां किसी के अस्तित्व को बनाने या मिटाने की ताक़त रखे,
वहाँ नियम व धर्म दोनों का संयम से परिचय देना चाहिए ;

"" वैसे चमत्कार जहां यथोचित निर्णय की उम्मीद से हो तो उसे चयन की संज्ञा दी जाती है। ""


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Manas Jilay Singh 【 Realistic Thinker 】

शुक्रवार, 4 फ़रवरी 2022

Definition of decision / निर्णय की परिभाषा

"" निर्णय ""

"" आपके द्वारा ली गई पहल जिससे पीछे हटना कमजोर इच्छाशक्ति प्रकट करता हो निर्णय कहलाता है। "

"" विचार व संकल्प शक्ति की दृढ़ता व उसकी सिद्धि हेतु उठाये कदम ही निर्णय कहलाते हैं। ""

"" लक्ष्य की पूर्ति के लिये कठोर आत्मानुशासन रवैया ही निर्णय बनता है। ""

मानस के अंदाज में -
""  न "" से नापतौल जहां विचारों की बोलचाल भाषा के लिये ही हो, 
वहाँ मधुर आवाज न हो तो भी रिश्तों में मिठास बनी रहती है ; 

"" र "" से रजामन्दी जहां व्यवहार व विचार में बनी रहे,
वहाँ टकराव की तो गुंजाइश खत्म हो जाती है और सामंजस्य का अभूतपूर्व प्रदर्शन देखने को मिलता है ;

"" न "" से नवसर्जन जहां बहुत कुछ उम्मीद व सपनों को लेकर हो,
वहाँ सकारात्मक के साथ फलदायी परिणाम प्राप्त होते हैं ;

"" य "" से यात्रा जहां किसी भी कार्य के लिए समर्पित की जाये,
वहाँ निश्चित ही आश्चर्यजनक व आशान्वित नतीजे सम्भव होते हैं ;

"" वैसे विचारों में नापतौल के उपरांत रजामंदी भी बनने लगे,
वहाँ नवसृजन तक की पूरी यात्रा ही तो निर्णय कहलाता है। ""

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मानस जिले सिंह 【 यथार्थवादी विचारक】

गुरुवार, 3 फ़रवरी 2022

Definition of Intention / इरादे की परिभाषा

"" इरादा ""

"" किसी कार्य / विषय पर अंतर्मुखी चिंतन ही इरादा कहलाता है। ""

"" वह विचार जो रहस्यमयी तरीके से साझा किया जाये तो इरादा कहलाता है। ""

"" लक्ष्य पर जगजाहिर सन्देहास्पद पक्ष ही इरादा है ।""

मानस के अंदाज में -

"" इ "' से इच्छाशक्ति जहां निर्णय को मजबूती प्रदान करे,
वहाँ सफलता जल्द की कदम चूमती है ;

"' र "" से रहस्ययुक्त जहां प्रयासों को ना रखा जा सके ;
वहाँ लक्ष्य तक पहुंचने में बहुत भारी समस्याओं का अंबार लगना लाज़मी है ;

"' द "" से दस्तान जहां हर किसी से साझा ना कि जा सके,
वहाँ रहस्य तो बनते ही हैं साथ ही साथ सफ़र भी सुहावना होना अवश्यम्भावी होता है ;

 "" वैसे इच्छाशक्ति जहां रहस्ययुक्त हो दस्तान बनने लगे,
वहाँ वह इरादा कहलाती है। ""

"" मासूमियत भरे ख्याल भविष्य के आधार बने लगें तो वे भी इरादे ही कहे जाते हैं। ""

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Manas Jilay Singh 【 Realistic Thinker 】

बुधवार, 2 फ़रवरी 2022

Definition of SELF DETERMINATION / आत्मनिर्णय की परिभाषा

""आत्मनिर्णय ""

"" स्वयं द्वारा की गई पहल जिसकी पूर्णाहुति विश्वास को सम्बल दे तो वह आत्मनिर्णय कहलाता है। "

"" दृढ़संकल्पित होने व उसकी सिद्धि हेतु खुद ब खुद उठे कदम ही आत्मनिर्णय कहलाते हैं। ""

"" मजबूत आत्मानुशासनात्मक तरीका जो स्वयं को साबित करे वही सही आत्मनिर्णय कहलाता है। ""

मानस के अंदाज में -

"" अ "" से अस्तित्व जहां व्यक्तित्व से ऊपर उठने लगे ,
वहाँ सही गलत ज्यादा वजूद में नहीं रहता है ;

"" त् "" से तार्किकता जहां जटिलता को सरल व स्पष्ट बनाती हो,
वहाँ रुढ़िवादी परम्परायें हमेशा ध्वस्त होती हैं ;

"" म "" से मौजूदगी जहां अपनों के बीच बनी रहती है,
वहाँ संस्कार व सभ्यता का तानाबाना काफी मजबूत रहता है ;

""  न "" से नापतौल जहां आचार विचार में शामिल होने लगे,
वहाँ व्यवहार के साथ विचारों की गुणवत्ता भी बढ़ने लगती है ; 

"" र "" से रजामन्दी जहां दूसरों के साथ साथ अपनों से भी होती रहे,
वहाँ  प्रेम व अपनापन यथार्थ में देखने को मिलता है ;

"" न "" से नवसर्जन जहां नई उम्मीदों के साथ हो,
वहाँ नवस्थापना के साथ नवसंचार होना लाजमी है ;

"" य "" से यात्रा जहां किसी उद्देश्य की पूर्ति हेतु की जाये,
वहाँ विश्वास का दृढ़ होना ज्यादा आश्चर्यचकित नहीं करता ;

"" वैसे विचारों में अस्तित्व की तार्किकता के साथ मौजूदगी, नापतौल के उपरांत रजामंदी भी बनने लगे,
वहाँ नवसृजन तक की पूरी यात्रा ही आत्मनिर्णय कहलाता है। ""

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मानस जिले सिंह 【 यथार्थवादी विचारक】

मंगलवार, 1 फ़रवरी 2022

Definition of Self / आत्म की परिभाषा

"" आत्म ""

"" स्वयं के मौजूदगी की अभिव्यक्ति ही आत्म है। ""

"" अपने वजूद की सैद्धांतिक सहमति ही आत्म है। ""

"" खुद को प्रमाणिकता के साथ प्रस्तुतिकरण ही आत्म कहलाता है। ""

मानस के अंदाज में -

"" अ "" से अस्तित्व जहां वरीयता में खुद को आगे रखने की कवायद करता हो,
वहाँ संवैधानिक या असंवैधानिक कुछ ज्यादा मायने नहीं रखता है ;

"" त् "" से तार्किकता जहां विचारों में बनी रहती है,
वहाँ गहराई से मंथन होना लाजमी है ;

"" म "" से मौजूदगी जहां अच्छे विचारों की बनी रहती है,
वहाँ शालीनतापूर्वक व्यवहार करने की प्रवृत्ति भी बनी रहती है ;

"" वैसे अस्तित्व जहां तार्किकता के साथ मौजूदगी दर्ज करे, वही आत्म है। ""

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मानस जिले सिंह 【 यथार्थवादी विचारक】

Ravana Slaughter / रावण वध

"" रावण वध "" या  "" सुनियोजित अपने ही कुल का सामुहिक उद्धार "" या "" स्त्री के सम्मान हेत...

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